मेरा ताज न बना I
मैं हुस्न की कोई मूरत नहीं
मैं हूर की कोई सूरत नहीं
मेरा ताज न बना I
मैं किसी शायर की ग़ज़ल नहीं
मैं किसी कविता की पहल नहीं
मेरा ताज न बना I
तसव्वुर को रंग न मैंने दिया
तरन्नुम को ढंग न मैंने दिया
मेरा ताज न बना I
मैं जो कुछ हूँ, बस तेरे लिए
मेरी हर अदाएं, बस तेरे लिए
मेरा ताज न बना I
हर हसीं लम्हें हैं मेरे, तेरे लिए
मेरे हुस्न सज़दे हैं, तेरे लिए
मेरा ताज न बना I
एक ताज देखा है मैंने बना
वो ताज धोखा सा मुझको लगा
वो तीरे-नज़र दुनिया को यूँ हुआ
हर ग़ज़ल शायरी ने उसको छुआ
पाक दमन हुस्न उसका शरारा हुआ
सरे शाम दुनिया का नज़ारा हुआ
मेरा ताज न बना I
मेरा ताज न बना I
मैं हुस्न की कोई मूरत नहीं
मैं हूर की कोई सूरत नहीं
मेरा ताज न बना I
मैं किसी शायर की ग़ज़ल नहीं
मैं किसी कविता की पहल नहीं
मेरा ताज न बना I
तसव्वुर को रंग न मैंने दिया
तरन्नुम को ढंग न मैंने दिया
मेरा ताज न बना I
मैं जो कुछ हूँ, बस तेरे लिए
मेरी हर अदाएं, बस तेरे लिए
मेरा ताज न बना I
हर हसीं लम्हें हैं मेरे, तेरे लिए
मेरे हुस्न सज़दे हैं, तेरे लिए
मेरा ताज न बना I
एक ताज देखा है मैंने बना
वो ताज धोखा सा मुझको लगा
वो तीरे-नज़र दुनिया को यूँ हुआ
हर ग़ज़ल शायरी ने उसको छुआ
पाक दमन हुस्न उसका शरारा हुआ
सरे शाम दुनिया का नज़ारा हुआ
मेरा ताज न बना I
मेरा ताज न बना I
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